National Girl Child Day 2024 : माता सावित्री बाई फुले राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं एवं बहुत-बहुत बधाइयां ।
National Girl Child Day History: देश-दुनिया में आज भी तमाम जगहों पर लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव किया जाता है. बेटियों को उनके तमाम अधिकारों से वंचित रखा जाता है. समाज में इन स्थितियों को दूर करने और बेटियों को उनके सम्मान और अधिकारों के प्रति जागरुक करने के लिए हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day 2024) मनाया जाता है ।
वैसे तमाम लोगो को याद करते है जो रूढ़िवादी सोच के खिलाफ जा कर बेटियों के उत्थान के लिए काम किये, इनमें माता सावित्री बाई फुले का स्थान प्रमुख है। इन्होने बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए समाज का कड़ा विरोध झेलना पड़ा था। कई बार तो ऐसा भी हुआ जब इन्हें समाज के ठेकेदारों से पत्थर भी खाने पड़े। वे कहते हैं “वह मेरे पर कीचड़ फेंकते रहे और मैं भारत की बेटी हो तो पढ़ाती गई : माता सावित्री बाई फुले” !
इन्होने 3 जनवरी 1848को बालिकाओं को शिक्षित करने के लिए पहला बालिका स्कूल खोला ।
बालिका दिवस का इतिहास इंदिरा गांधी से भी जुड़ा है जब सन् 1966 में जब श्रीमती गांधी प्रधानमंत्री बनीं और 24 जनवरी 1966 को शपथ ली थीं और महिला सशक्तिकरण का एक बड़ा उदाहरण लोगों के सामने पेश किया था । तब देश में ऐसा पहली बार हुआ था जब कोई महिला प्रधानमंत्री बनीं थीं । इसलिए राष्ट्रीय बालिका दिवस के तौर पर 24 जनवरी के दिन को चुना गया और साल 2008 में महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से 24 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस के तौर पर मनाने की शुरुआत हुई. तब से ये दिन हर साल 24 जनवरी को सेलिब्रेट किया जाता है ।
राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं !
24 जनवरी का इतिहास भारत के लोकतंत्र के लिए अहम क्यों माना जाता है ?
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