सूफिया सूफी रनर, “एक नई उम्मीद के साथ आगे बढ़ रहे हैं भारतीय लंबी दूरी के धावक के एक नये चेहरे, जिनका नाम है “सूफिया सूफी रनर”!
सूफिया सूफी रनर जी की कहानी और उनकी उपलब्धियाँ भी काफी प्रेरणादायक हैं।
वह जोर देकर कहती हैं, आपको कई महीनों तक सड़कों पर रहना पड़ता है। हम हमेशा इसके लिए प्रयास करते हैं और हमें प्लेटफार्मों से क्राउडफंडिंग मिलती है। अंडर आर्मर एक निरंतर समर्थक है। लेकिन कभी-कभी वे इसके साथ संघर्ष भी करते हैं। सबसे अधिक आनंदायक दौड़ के सवाल पर सूफी ने कहा, प्रत्येक ने एक अलग चुनौती पेश की है, और विभिन्न स्थानों और ऊंचाइयों पर रहा है।
मौसम अलग-अलग रहा है, मेरी अपनी स्वास्थ्य स्थिति हमेशा खास भूमिका निभाती है। संक्षेप में कहें तो हर बार एक अलग मजा रहा है। अब साल 2025 में वह दूसरी बार कतर में दौडऩे के लिए तैयारी कर रही है, जहां वह 680 दिनों में 30,000 किमी दौड़ेंगी और यह चुनौती लेने वाली पहली महिला धावक होंगी। उन्होंने कहा, मैं खुद को अच्छी तरह से तैयार कर रही हूं।
भारतीय अल्ट्रारनर सूफिया सूफी खान ने एक और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। 200 किमी दक्षिण से उत्तर ‘फास्टेस्ट रन अक्रॉस कतर’ (कतर में सबसे तेज दौड)’ अल्ट्रामैराथन रन को 30 घंटे और 34 मिनट में सफलतापूर्वक पूरा किया।
सूफिया का जन्म अजमेर में हुआ था। वह 16 साल की थीं, जब उन्होंने अपने पिता को खो दिया था, इसके बाद उनकी देखभाल उनकी सिंगल मदर ने की। सूफिया एक एयरलाइन में थी, लेकिन साल 2018 में उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर रिलैक्स करने के बारे में सोचा। इसी बीच उन्होंने कई सारी मैराथन और रेस में हिस्सा लिया।
सुफिया ने 2017 में अपने नौकरी छोड़ दी और कश्मीर से कन्याकुमारी तक दौड़ लगाई। उन्होंने सिर्फ 110 दिनों में चार प्रमुख शहरों को कवर करते हुए इस अद्वितीय 6000 किलोमीटर की दौड़ पूरी की। इसके बाद, सुफिया ने मनाली से लेह के बीच लगभग 480 किलोमीटर की दूरी सिर्फ सात दिनों में सफलतापूर्वक पूरा किया और वह 2021 में मनाली से लेह अल्ट्रामैराथन को पूरा करने वाली पहली महिला धावक है। 2018 में, उन्होंने महिला के रूप में कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा मैराथन दौड़ने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्राप्त कर रही थी।
2019 में, उसने कश्मीर से कन्याकुमारी तक चढ़ने के लिए सबसे तेज़ महिला बनने के लिए गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड प्राप्त किया।
12 जनवरी 2023 को अल रुवैस में ‘कतर में सबसे तेज दौड़’ पूरी की। भारतीय एथलीट ने गुरुवार सुबह 6.16 बजे अबू समरा से अपनी दौड़ शुरू की और शुक्रवार को अल रुवैस में 30 घंटे 34 मिनट के बाद दोपहर 12.50 बजे फिनिश लाइन को छुआ। इसके साथ ही अल्ट्रा-रनर सूफिया सूफी एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इनके पास पहले से ही 3 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं।
सूफिया ने अपनी उपलब्धियों के साथ नहीं, बल्कि उनकी रनिंग कौशल और सहनशीलता के साथ भी सभी को प्रभावित किया है। उनकी मेहनत और आत्मसमर्पण का परिचय उनके जीवन की एक मिसाल है, जो नई पीढ़ियों को प्रेरित कर रही है।
सूफिया जी का कहना हैं की इस तरह के कठिन टास्क के लिए मेंटली प्रेपर होना ही सब कुछ होता है। आपको शुरू से लेकर अंत तक हाई पास, खराब सड़कें, कम ऑक्सीजन लेवल और खराब वेदर सब मिलता है, लेकिन आपको इन चीजों के लिए मेंटली स्ट्रॉन्ग होने की जरूरत है। हमारा शरीर कठिन से कठिन परिस्थितियों में सर्वाइव कर सकता है, तो हमें बस अपने दिमाग को ट्रेन करने की जरूरत है। अगर आपका मन ही हार मान जाएगा, तो शरीर एक स्टेप भी आगे नहीं बढ़ेगा। मैं इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थी और इसलिए मेरा शरीर यह कर पाया।
इससे पहले भी सूफिया ने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया है और अपने दम पर अच्छे प्रदर्शन किए हैं। उनके योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है। ऐसे ही आप आने वाले पीढ़ी को इंस्पिरेशन देतीं रहें और आप और भी ऊँचे बिलन्दियो को हासिल करें।
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